कंपनी का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 16 अक्टूबर से 18 अक्टूबर के बीच खुला रहेगा तथा रिटेल निवेशक इस आईपीओ में कम से कम तथा अधिकतम 1 लॉट के लिए अप्लाई कर सकेंगे। आइए जानते हैं इस कंपनी के पॉजिटिव तथा निगेटिव प्वाइंट्स को।
WomanCart IPO Review Hindi : पुरूषों तथा महिलाओं के लिए ब्यूटी तथा वेलनेस प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी वुमनकार्ट लिमिटेड का आईपीओ निवेशकों के लिए आज 16 अक्टूबर से खुल रहा है तथा यह निवेशकों के लिए 18 अक्टूबर तक खुला रहेगा।
आईपीओ को लेकर रिटेल निवेशकों में काफी अक्सर काफ़ी कंफ्यूजन देखने को मिलता है जिसमें वो इस बात का फैसला नहीं ले पाते कि किसी आईपीओ में निवेश करें या ना करें।
लेकिन किसी भी आईपीओ में या किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले हर निवेशक को उस कंपनी के बारे में अच्छे से पता होना चाहिए।
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इसमें सबसे जरूरी बात उस कंपनी की पॉजिटिव तथा निगेटिव प्वाइंट्स होते हैं जिससे कोई भी निवेशक इस बात का पता लगा सकते हैं कि कंपनी कैसी है और उन्हें उस कंपनी के आईपीओ में अप्लाई करना चाहिए या नहीं।
इस आईपीओ में निवेश करने से पहले निवेशकों को इस कंपनी के पॉजिटिव तथा निगेटिव प्वाइंट्स के बारे में जानकारी होनी चाहिए तभी निवेशक इस आईपीओ में निवेश करने के फैसले को अपने आप ले पाएंगे तथा उन्हें इस आईपीओ को लेकर कोई परेशानी नहीं होगी।
नीचे इस कंपनी के बारे में सभी पॉजिटिव तथा निगेटिव प्वाइंट्स दिए गए हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में–
कंपनी की पॉजिटिव प्वाइंट्स
कंपनी की पॉजिटिव प्वाइंट्स में कुछ बातें शामिल हैं जैसे कि कंपनी का अपने प्रोडक्ट सेगमेंट्स में एक अथॉरिटी है।
यह कंपनी एक ओमनी-चैनल रणनीति के तहत काम करती है जिसमें ऑनलाइन तथा ऑफ़लाइन दोनों माध्यम से सेल्स शामिल हैं। कंपनी अपने ग्राहकों को एक असाधारण सेवा देने पर ध्यान देती है।
कंपनी के पास विशिष्ट प्रोडक्ट्स की विशेषता वाले स्वामित्व वाले ब्रांड्स हैं।
कंपनी की निगेटिव प्वाइंट्स
कंपनी की निगेटिव प्वाइंट्स की अगर बात करें तो इसमें भी कुछ बातें शामिल हैं जैसे कि कंपनी के वर्तमान प्रमोटर पहली पीढ़ी के उद्यमी हैं। यानी ऐसा संभव है कि उनके पास इस उद्योग से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण अनुभव ना हो।
कंपनी का काम–काजी इतिहास काफ़ी छोटा है। कंपनी को पिछले तीन वित्त वर्षों में से एक में नुकसान देखना पड़ा है। कंपनी का ऑपरेशनल कैश फ्लो तथा इन्वेस्टिंग कैश फ्लो दोनों ही निगेटिव रहा है।
कंपनी ने पिछले तीन वर्षों में जीएसटी अधिनियम, आयकर और अन्य लागू कानूनों के विशिष्ट प्रावधानों का अनुपालन नहीं किया है जिसके कारण ऐसा संभव है कि कंपनी को दंड या देनदारियों का सामना करना पड़ सकता है।
कंपनी, उसके प्रमोटर्स तथा उसके डायरेक्टर्स से जुड़े कुछ ऐसे कानूनी कार्यवाही हैं जोकि लंबित हैं। कंपनी ऐसे इंडस्ट्री में काम करती है जिसमें बहुत ही अधिक कंपटीशन है तथा साथ ही में विखंडन भी है।
कंपनी कैश ऑन डिलीवरी तथा पेमेंट प्रोसेसिंग जैसे संभावित भुगतान-संबंधित जोखिमों के संपर्क में है। कंपनी को अभी और महत्वपूर्ण निवेश करने की जरूरत है ताकि वह अपने उपयोगकर्ता के अनुभव को बेहतर बना सके। कंपनी को एक बहुत ही बड़ी इन्वेंट्री बनाए रखने की जरूरत है।
Disclaimer : यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। यह निवेश की सलाह नहीं है। यह आर्टिकल ऊपर बताए गए शेयर में निवेश करने की सलाह नहीं देता। इस आर्टिकल से होने वाले नुकसान के लिए हम तथा एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज फर्म/ हाउस जिम्मेदार नहीं होंगे। शेयर मार्केट में निवेश बाज़ार के जोखिमों के अधीन होता है तथा किसी भी तरह का निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।