यह आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है तथा रिटेल निवेशक इस आईपीओ में अप्लाई करने के फैसले को लेकर काफी परेशान भी हो सकते हैं। इसीलिए इस आर्टिकल में बताया गया है कि इस आईपीओ में अप्लाई करने से पहले आपके लिए किन बातों का जानना जरूरी है।
Rajgor Castor Derivatives IPO Review Hindi : राजगोर कैस्टर डेरीवेटिव्स लिमिटेड का आईपीओ आज 17 अक्टूबर से खुल रहा है तथा यह 20 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा।
रिटेल निवेशकों को इस आईपीओ को लेकर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है कि उन्हें इस आईपीओ में अप्लाई करना चाहिए या नहीं। यह कंपनी कैसी है? कंपनी की पॉजिटिव तथा निगेटिव प्वाइंट्स क्या हैं? इत्यादि।
किसी भी कंपनी के आईपीओ में या किसी भी कंपनी में निवेश करते समय निवेशकों को उस कंपनी के बारे में सभी जरूरी बातों के बारे में जानकारी होनी चाहिए जिसमें सबसे जरूरी उस कंपनी के पॉजिटिव तथा निगेटिव प्वाइंट्स होते हैं।
आइए जानते हैं इस कंपनी के बारे में सभी पॉजिटिव तथा निगेटिव प्वाइंट्स को।
यह भी पढ़े : Shark Tank India Season 3 में दिखाई देने वाले सभी शार्क्स में कौन कितना है अमीर और किसकी कितनी है नेट वर्थ?
कंपनी की पॉजिटिव प्वाइंट्स
कंपनी की पॉजिटिव प्वाइंट्स की बात करें तो कंपनी का बिजनेस मॉडल ऐसा है जिसको फैलाया जा सकता है तथा इस काम के लिए कंपनी के पास एक कुशल लीडरशिप टीम है।
कंपनी का अपने क्वॉलिटी पर काफी मजबूत नियंत्रण है और कंपनी एश्योरेंस मेजर का भी ध्यान रखती है। कंपनी के पास एक विविध कस्टमर पोर्टफोलियो भी है।
कंपनी की निगेटिव प्वाइंट्स
पॉजिटिव प्वाइंट्स के बाद अगर इस कंपनी की निगेटिव प्वाइंट्स की बात करें तो कंपनी के प्रमोटर आज के समय में कानूनी विवादों में फसें हुए हैं। कंपनी का काम–काज मौसमी उतार-चढ़ाव के अधीन है। यानी कंपनी के काम–काज पर मौसम का सीधा असर पड़ सकता है।
कंपनी आम तौर पर परचेज ऑर्डर्स के माध्यम से अपने बिजनेस को चलाती है और अपने अधिकांश ग्राहकों के साथ किसी भी तरह के लॉन्ग–टर्म कॉन्ट्रैक्ट्स में काम नहीं करती है।
कंपनी का सेल्स सिर्फ कुछ ही क्लाइंट्स से आता है तथा रेवेन्यू का एक महत्वपूर्ण हिस्सा गुजरात से आता है। कंपनी को अपना बिजनेस सही तरह से चलने के लिए कई तरह के अप्रूवल्स, एनओसी, लाइसेंस, रजिस्ट्रेशंस, तथा पर्मिट्स की भी जरूरत होती है।
इसी के साथ कंपनी के प्रदर्शन पर सुरक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण कानूनों और अन्य प्रासंगिक नियमों में संशोधनों का अनुपालन करने में विफलता से भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
कंपनी एक ऐसे कारोबारी माहौल में काम करती है जिसमें घरेलू और वैश्विक स्तर पर काफी कंपटीशन है। कंपनी का कैश फ्लो भी निगेटिव रहा है।
कंपनी ने पिछले बारह महीनों में इस आईपीओ के इश्यू प्राइस से कम कीमत पर अन्य निवेशकों को शेयर जारी किया है।
Disclaimer : यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। यह निवेश की सलाह नहीं है। यह आर्टिकल ऊपर बताए गए शेयर में निवेश करने की सलाह नहीं देता। इस आर्टिकल से होने वाले नुकसान के लिए हम तथा एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज फर्म/ हाउस जिम्मेदार नहीं होंगे। शेयर मार्केट में निवेश बाज़ार के जोखिमों के अधीन होता है तथा किसी भी तरह का निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।