Mutual fund myths : म्यूचुअल फंड के बारे में आज के समय में इंटरनेट पर बहुत तरह की जानकारी मौजूद है। लेकिन इंटरनेट पर इसके बारे में जानकारी होने के साथ ही कई तरह के अफवाहें भी मौजूद हैं जिसके कारण आज भी कई लोग इसमें निवेश करने से कतराते हैं। आज हम आपको उन्हीं अफवाहों या मिथकों के बारे में बताने वाले हैं।
Mutual fund myths : वैसे तो म्यूचुअल फंड में एसआईपी करने के बारे में लगभग हर कोई जानता है और इसमें सजग हो कर निवेश भी कर रहा है।
लेकिन आज भी कई लोग ऐसे भी हैं जो म्यूचुअल फंड को लेकर बाजार में चल रहे अफवाहों के कारण इसमें निवेश करने से कतराते हैं।
तो अगर आप भी म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश करते हैं या इसमें निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो हम आपको म्यूचुअल फंड से जुड़े उन 3 अफवाहों या ऐसा कहे मिथकों के बारे में बताने वाले हैं जो आपके लिए जानना बेहद जरूरी है ताकि आप बिना किसी अफवाह के चक्कर में पड़े अपने म्यूचुअल फंड में एसआईपी को अच्छे ढंग से करते रह सकें। आइए जानते हैं उन तीनों मिथकों के बारे में–
मिथक नंबर – 1 : तेजी की बाजार में एसआईपी नहीं करना चाहिए
कई लोगों का ऐसा मानना है कि म्यूचुअल फंड में एसआईपी करते वक्त उन्हें उस समय एसआईपी नहीं करना चाहिए जब बाजार में तेजी का माहौल चल रहा हो। लेकिन ऐसा नहीं है म्यूचुअल फंड में आपको बाजार की हर स्थिति में एसआईपी करनी चाहिए फिर चाहे उस समय बाजार में तेजी चल रही हो या मंदी।
क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपको रुपी–कॉस्ट ऐवरेजिंग का फायदा नहीं मिल सकेगा जिस वजह से आप लॉन्ग–टर्म में आप बेहतर रिटर्न नहीं कमा पाएंगे।
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मिथक नंबर – 2 : एसआईपी में आप अपने हिसाब से कोई बदलाव नहीं कर सकते
एसआईपी को लेकर कई लोगों के मन में यह भी अवधारणा है कि उन्होंने अगर एक बार अपने एसआईपी को शुरू कर दिया तो वे उसमें आगे चल कर अपने हिसाब से कोई बदलाव नहीं कर सकते। लेकिन ऐसा नहीं है।
एसआईपी में आपको बहुत ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है तथा आप उसमें जब चाहे अपने हिसाब से कई तरह के बदलाव कर सकते हैं जैसे कि अपने द्वारा निर्धारित एसआईपी की तय अमाउंट से लेकर तारीख तक में कोई भी बदलाव कर सकते हैं। इतना ही नहीं, आप चाहे तो अपने एसआईपी को कुछ समय तक के लिए रोक भी सकते हैं।
मिथक नंबर – 3 : एसआईपी में ज्यादा रिस्क होता है
कई लोगों का तो यह भी मानना है कि एसआईपी के जरिए केवल शेयर बाजार में ही निवेश होता है जिस वजह से यह बहुत ज्यादा जोखिम भरा होता है। लेकिन ऐसा भी नहीं है। एसआईपी के जरिए आप न केवल शेयर बाजार में ही निवेश कर सकते हैं बल्कि डेट, गोल्ड तथा यहाँ तक कि रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं।
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Disclaimer : यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। यह निवेश की सलाह नहीं है। यह आर्टिकल ऊपर बताए गए शेयर में निवेश करने की सलाह नहीं देता। इस आर्टिकल से होने वाले नुकसान के लिए हम तथा एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज फर्म/ हाउस जिम्मेदार नहीं होंगे। शेयर मार्केट में निवेश बाज़ार के जोखिमों के अधीन होता है तथा किसी भी तरह का निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।