देश में अगले 3 साल में डाटा सेंटर बनाने पर खर्च होंगे ₹50,000 करोड़! इन कंपनियों को होगा तगड़ा फायदा, शेयर बनेंगे रॉकेट

Stocks to buy : देश में बढ़ती डाटा कंजप्शन तथा डाटा सेंटर की बढ़ती मांग का फायदा इन कंपनियों को हो सकता है जिससे आने वाले समय में इनके शेयर में भी बहुत बड़ी तेज़ी होने की उम्मीद है।

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Stocks to buy : भारत की डाटा सेंटर इंडस्ट्री बहुत ही तेज़ी से बढ़ रही है तथा केयरएज रेटिंग्स (CareEdge Ratings) के अनुसार साल 2026 तक इसके लगभग 2,000 मेगावॉट हो जाने की उम्मीद है जो अभी के मुकाबले लगभग दोगुने के बराबर है।

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भारत दुनिया का लगभग 20% डाटा अकेले जेनरेट करता है लेकिन इसकी डाटा सेंटर कैपेसिटी के मामले में केवल 3% की ही हिस्सेदारी है। 5G, आईओटी तथा एआई जैसी टेक्नोलॉजीज को अपनाने से डाटा के डिमांड में काफी अधिक बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है जिससे देश में डाटा की खपत अभी के मुकाबले लगभग तिगुना हो जाएगी।

ब्रोकरेज फर्म जेफरीज़ का मानना है कि वित्त वर्ष 2024 से 2030 के अंत तक भारत की डाटा सेंटर कैपेसिटी अभी के 1–1.5 गीगावॉट से लगभग बारह गुना बढ़कर 17 गीगावॉट हो जाएगी। आज के समय की बात करें तो भारत की डाटा सेंटर कैपेसिटी हर साल लगभग 50% की दर से बढ़ रही है तथा इसकी साल 2030 तक अभी के 1% से भी कम के मुकाबले लगभग 6% तक डिमांड को पूरा करने की उम्मीद है।

जेफरिज के अनुसार देश में बढ़ती पावर कंजप्शन तथा डाटा सेंटर की बढ़ती डिमांड का फायदा इस क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों को इस क्षेत्र में निवेश तथा निर्यात करने के अवसर से हो सकता है। आइए जानते हैं इन कंपनियों के बारे में–

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इन कंपनियों को हो सकता है फायदा!

पावर कंजप्शन तथा डाटा सेंटर की मांग में बढ़ोतरी से कैपिटल गुड्स सेक्टर में काम करने वाली कंपनियां जैसे सीमेंस लिमिटेड (Siemens Ltd), क्यूमिंस इंडिया लिमिटेड (Cummins India Ltd), एबीबी इंडिया लिमिटेड (ABB India Ltd)  तथा श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Schneider Electric Infrastructure Ltd) को हो सकता है।

सीमेंस का डाटा सेंटर के मामले में सबसे अधिक एक्सपोजर है जो इसके प्रोजेक्ट की लागत के लगभग 40 से 45% के बराबर है। इसके बाद एबीबी इंडिया लिमिटेड का नंबर आता है जिसका एक्सपोजर लगभग 20 से 25% के बराबर है।

सीमेंस ने अपने डाटा सेंटर ऑपरेशंस को सिक्योरली तथा एफिशिएंटली बढ़ाने के लिए देश की सबसे बड़ी कोलोकेशन डाटा सेंटर प्रोवाइडर कंपनियों में से एक एनएक्सटीजेन (NxtGen) के साथ साझेदारी भी किया है।

एबीबी इंडिया लिमिटेड ने हाल ही में एबीबी एबिलिटी डाटा सेंटर ऑटोमेशन की शुरुआत की है जो एक रोबस्ट इंडस्ट्रियल सॉल्यूशन है तथा इसे ऑन–प्रीमाइस एवं हाइब्रिड क्लाउड डाटा सेंटर एनवायरनमेंट को मैनेज करने के लिए तैयार किया गया है। यह सॉल्यूशन मिशन–क्रिटिकल डाटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एडवांस कंट्रोल, मॉनिटरिंग तथा ऑप्टिमाइजेशन कैपेबिलिटी प्रोवाइड करता है।

इसके अलावा एबीबी ने साल 2023 में भारत की डाटा सेंटर मार्केट के लिए मेगाफ्लेक्स डीपीए यूपीएस सॉल्यूशन को भी लॉन्च किया था।

डाटा सेंटर को अच्छे से मैनेज करने के लिए बैकअप पावर की भी जरूरत होती है जिसका फायदा क्यूमिन्स इंडिया लिमिटेड को हो सकता है क्योंकि यह कंपनी डाटा सेंटर इंडस्ट्री के लिए बैकअप पावर सॉल्यूशंस को प्रोवाइड करने वाली वैश्विक स्तर पर एक अग्रणी कंपनी है।

सीमेंस लिमिटेड के शेयर 3 जुलाई को एनएसई पर ₹7,803 के लेवल पर बंद हुए थे; क्यूमिनस इंडिया लिमिटेड के शेयर ₹3957 के लेवल पर बंद हुए थे; एबीबी इंडिया लिमिटेड के शेयर ₹8617 के लेवल पर बंद हुए थे तथा श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के शेयर ₹9939 के लेवल पर बंद हुए थे।

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Disclaimer : यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। यह निवेश की सलाह नहीं है। यह आर्टिकल ऊपर बताए गए शेयर में निवेश करने की सलाह नहीं देता। इस आर्टिकल से होने वाले नुकसान के लिए हम तथा एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज फर्म/ हाउस जिम्मेदार नहीं होंगे। शेयर मार्केट में निवेश बाज़ार के जोखिमों के अधीन होता है तथा किसी भी तरह का निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।

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