शेयर बाजार में लगातार गिरावट के कारण Nifty 50 इंडेक्स 5 दिनों में करीब 700 से भी अधिक अंक टूट चुका है तथा आज बुधवार 25 अक्टूबर को करीब 159.60 अंक गिरकर बंद हुआ है।
Share market fall : शेयर मार्केट में पिछले पांच दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है तथा इन पांच दिनों में Nifty 50 इंडेक्स 19,850 के लेवल से लुढ़क कर आज 25 अक्टूबर को दिन के कारोबारी सत्र में 19,100 के लेवल से भी नीचे चला गया तथा दिन के अंत में इंडेक्स 19,125.65 के लेवल पर बंद हुआ है।
इन 5 दिनों में इंडेक्स करीब 700 से भी ज्यादा अंक टूट चुका है। वहीं, आज दिन के कारोबारी सत्र में इंडेक्स करीब 159.60 अंक टूटकर 19,122.15 के लेवल पर बंद हुआ है।
अब निवेशकों के बीच में यह सवाल गहराता जा रहा है कि आखिरकार बाजार की इस गिरावट के पीछे की वजह क्या है? क्यों मार्केट संभल नहीं पा रहा? दरअसल बाजार की इस गिरावट के पीछे कई वजह हैं। आइए जानते हैं उन सभी वजहों को–
यह भी पढ़ें : यह आईपीओ कराएगा तगड़ी कमाई, ग्रे मार्केट में अभी से 55% के प्रीमियम पर हो रहा ट्रेड, 26 अक्टूबर से कर सकेंगे अप्लाई
इजरायल–हमास युद्ध
बाजार की इस गिरावट की सबसे बड़ी और पहली वजह इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध है। इस समय इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के कारण जियोपोलिटिकल रिस्क बढ़ गया है जिस वजह से मिडल ईस्ट को लेकर निवेशक चिंता में हैं।
यह इसलिए क्योंकि मिडल ईस्ट के ही अधिकतर देश तेल निकलते हैं तथा अगर इजरायल और हमास के बीच की जंग बढ़ती है तो कच्चे तेल की कीमतों में भी उछाल देखने को मिलेगा जिससे रॉ मटेरियल की कीमतें बढ़ेंगी जिससे महंगाई बढ़ेगी और बाजार पर इसका निगेटिव प्रभाव पड़ेगा।
यह भी पढ़ें : BSE के शेयर में हो रही लगातार तेजी के पीछे यह है वजह, 5 दिन में 24% उछले, 6 महीने में 300% से भी अधिक का दिया है रिटर्न
अमेरिकी बांड यील्ड
अमेरिकी बॉन्ड यील्ड को बतौर इन्वेस्टमेंट ऑप्शन दुनिया का सबसे सुरक्षित ऑप्शन माना जाता है। इस समय 10 साल की अवधि वाले अमेरिकी बॉन्ड्स की यील्ड बढ़कर 5% के भी लेवल को पार कर चुका है।
इसी वजह से निवेशक भारतीय शेयर बाजार से पैसे निकालकर इन अमेरिकी बॉन्ड्स में पैसा लगाना पसंद कर रहे हैं जिससे उन्हें बिना रिस्क के डॉलर के भाव पर 5% का सालाना रिटर्न मिल सकता है। इस वजह से भी शेयर बाजार से पैसे निकालने पर गिरावट देखने को मिल रही है।
कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे
बाजार की इस गिरावट के पीछे कंपनियों के खराब दूसरी तिमाही के नतीजे भी हैं क्योंकि इस तिमाही में शेयर बाजार में लिस्टेड बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे मिले–जुले रहे जिस वजह से उनके शेयर में भी बिकवाली का दबाव देखने को मिल रहा है और इसका असर बाजार पर भी दिख रहा है।
कंपनियों के वैल्यूएशन
बाजार की गिरावट के पीछे की वजह यह भी है कि इस समय शेयर बाजार में कई शेयर ऐसे हैं जो काफी अधिक महंगे वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहे हैं।
ऐसे में बाजार में थोड़ी सी भी निगेटिविटी इन शेयरों में प्रॉफिट बुकिंग शुरू कर देता है जिस वजह से इन शेयरों में भी गिरावट देखने को मिलती है जिससे शेयर बाजार पर दबाव दिखता है।
Disclaimer : यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। यह निवेश की सलाह नहीं है। यह आर्टिकल ऊपर बताए गए शेयर में निवेश करने की सलाह नहीं देता। इस आर्टिकल से होने वाले नुकसान के लिए हम तथा एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज फर्म/ हाउस जिम्मेदार नहीं होंगे। शेयर मार्केट में निवेश बाज़ार के जोखिमों के अधीन होता है तथा किसी भी तरह का निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।