Railway stocks to buy : सरकार के रेलवे सेक्टर पर ध्यान देने के कारण इस सेक्टर में काम कर रही कंपनियों को एक के बाद एक करके लगातार ऑर्डर मिल रहे हैं जिस वजह से इन कंपनियों के शेयर भी निवेशकों के रडार पर हैं। नीचे हमने अगले 5 साल के लिए 3 ऐसे ही रेलवे स्टॉक्स के बारे में बताया है।
Railway stocks to buy : भारत सरकार इस समय पूरे देश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए एक के बाद एक करके कई बड़े कदम उठा रही है जिसके लिए उन्होंने रेलवे सेक्टर के लिए वित्त वर्ष 2024–25 में करीब 1.08 लाख करोड़ का भी आवंटन किया है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि इस फंड का इस्तेमाल वित्त वर्ष 2024–25 में रेलवे की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए किया जाएगा जिसमें पुराने रेलवे ट्रैक्स को अपग्रेड करना, सिग्नलिंग सिस्टम्स में सुधार करना, फ्लाईओवर्स तथा अंडरपासेज को बनाना तथा रेलवे नेटवर्क पर कवच ऑटोमेटेड सेफ्टी सिस्टम को इंस्टॉल करने जैसे काम शामिल हैं।
रेलवे सेक्टर पर सरकार के ध्यान केंद्रित करने से इस सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों को भी फायदा हो सकता है और आने वाले समय में इनके शेयर में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
इसी वजह से अगर अगले 5 साल की अवधि के लिए सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों के शेयर में निवेश किया जाए तो निवेशकों को अच्छा मुनाफा हो सकता है। नीचे हमने रेलवे सेक्टर में काम करने वाली 3 ऐसी ही कंपनियों के बारे में जानकारी दी है जिनके शेयर में निवेशक अगले 5 साल की अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं।
इन 3 रेलवे स्टॉक्स में करें निवेश!
अगले 5 साल की अवधि के लिए निवेश करने के लिए रेलवे स्टॉक्स में टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड, रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड तथा रेल विकास निगम लिमिटेड शामिल हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में–
1. टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड
टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड की शुरुआत साल 1997 में हुई थी तथा यह मुख्य रूप से मालगाड़ी के वैगन, यात्री कोच, मेट्रो ट्रेन, ट्रेन इलेक्ट्रिकल्स, स्टील कास्टिंग, विशेष उपकरण और पुल, जहाज आदि को बनाने तथा उसे बेचने का काम करती है।
कंपनी का फ्रेट वैगन में लगभग 30 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी है जिस वजह से यह अपने मार्केट में एक लीडर कंपनी है। यह भारत की सबसे बड़ी वैगन निर्माता कंपनी है और एकमात्र ऐसी भारतीय कंपनी है जो वैगन और कोच दोनों को बनाने का काम करती है।
कंपनी के ऑर्डर बुक की बात करें तो वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही तक इसका ऑर्डर बुक करीब 25,533 करोड़ रुपये की थी जिसमें से 12,207 करोड़ रुपए का ऑर्डर सीधा कंपनी को मिला था तथा बाकी बचा 13,326 करोड़ रुपए का ऑर्डर ज्वाइंट वेंचर्स से मिले हैं।
12,207 करोड़ रुपये के सीधे ऑर्डर में फ्रेट रोलिंग स्टॉक शामिल हैं जो 6,848 करोड़ रुपये के ऑर्डर के साथ 56.1 प्रतिशत है जबकि पैसेंजर रोलिंग स्टॉक 5,359 करोड़ रुपये के ऑर्डर के साथ शेष 43.9 प्रतिशत है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 15,976 करोड़ रुपए है तथा अभी यह आर्टिकल लिखते समय कंपनी के शेयर एनएसई पर 1,172 रुपए (Titagarh Railway systems share price) के लेवल पर कारोबार कर रहे हैं।
2. रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड
रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड की शुरुआत साल 2000 में हुई थी तथा यह भारत में सबसे बड़े तटस्थ दूरसंचार अवसंरचना प्रदान करने वाली कंपनियों में से एक है जो रेलवे ट्रैक के साथ विशेष राइट ऑफ वे पर पूरे देश में ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क का मालिक है।
कंपनी ट्रेन संचालन और प्रशासन नेटवर्क प्रणालियों के आधुनिकीकरण के अलावा भारत के सभी हिस्सों में राष्ट्रव्यापी ब्रॉडबैंड दूरसंचार और मल्टीमीडिया नेटवर्क प्रदान करने में सबसे आगे है।
कंपनी भारत के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर कंटेंट-ऑन-डिमांड सेवाओं और वाई-फाई सहित कई यात्री सेवाएँ भी प्रदान करती है।
जुलाई 2024 तक कंपनी के पास कुल 4,682 करोड़ रुपए का ऑर्डर बुक है तथा वित्त वर्ष 25 के लिए कंपनी को भारतीय रेलवे, राज्य सरकारों और विभिन्न क्षेत्रों द्वारा जारी निविदाओं से करीब 4,000-5,000 करोड़ रुपये के नए ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
इसके अलावा, कवच परियोजना से करीब 5 हजार से 7 हजार करोड़ रुपये के बीच अनुमानित ऑर्डर से ऑर्डर बुक में उल्लेखनीय वृद्धि होने की भी उम्मीद है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 12,687 करोड़ रुपए है और अभी यह आर्टिकल लिखते समय कंपनी के शेयर एनएसई पर 398 रुपए (Railtel Corporation share price) के लेवल पर कारोबार कर रहे हैं।
3. रेल विकास निगम लिमिटेड
रेल विकास निगम लिमिटेड परियोजना कार्यान्वयन और परिवहन अवसंरचना विकास के लिए रेल मंत्रालय की निर्माण शाखा के रूप में काम करता है। कंपनी विभिन्न रेलवे परियोजनाओं के क्रियान्वयन में लगी हुई है जिनमें नई लाइनें, दोहरीकरण, गेज परिवर्तन, रेलवे विद्युतीकरण, कार्यशालाएं, मेट्रो परियोजनाएं, पुल, केबल-स्टेड पुलों का निर्माण और संस्थान भवन शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही तक कंपनी के पास रेलवे, मेट्रो और अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए करीब 85,000 करोड़ रुपये से अधिक का ऑर्डर बुक है।
कंपनी के मैनेजमेंट को वित्त वर्ष 2025 में करीब 20,000 से 25,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिलने की भी उम्मीद है। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 93,815 करोड़ रुपए है और अभी यह आर्टिकल लिखते समय कंपनी के शेयर एनएसई पर 450 रुपए (RVNL share price) के लेवल पर कारोबार कर रहे हैं।
Disclaimer : यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। यह निवेश की सलाह नहीं है। यह आर्टिकल ऊपर बताए गए शेयर में निवेश करने की सलाह नहीं देता। इस आर्टिकल से होने वाले नुकसान के लिए हम तथा एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज फर्म/ हाउस जिम्मेदार नहीं होंगे। शेयर मार्केट में निवेश बाज़ार के जोखिमों के अधीन होता है तथा किसी भी तरह का निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।