PSU stocks to buy : ब्रोकरेज के अनुसार बाजार की इस गिरावट में भी आने वाले दिनों में इस सरकारी कंपनी के शेयर में तेज़ी देखने को मिल सकती है। यही वजह है कि ब्रोकरेज ने करीब 30% तक के टारगेट के लिए इसे खरीदारी के लिए सुझाया है।
PSU stocks to buy : बाजार में आज बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी गिरावट जारी है और अभी यह आर्टिकल लिखते समय निफ्टी 50 इंडेक्स कल के क्लोजिंग से करीब 170 अंक लुढ़क कर 23,712 के लेवल पर कारोबार कर रहा है।
कल मंगलवार को भी बाजार में जबरदस्त तरीके की गिरावट देखी गई थी। इस समय बाजार का ओवरऑल सेंटीमेंट निगेटिव ही बना हुआ है।
लेकिन बाजार की इस गिरावट में भी घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का नजरिया सरकारी कंपनी एलआईसी (LIC) के शेयर पर बुलिश ही बना हुआ है जिस वजह से वे इसके शेयर पर खरीदारी की राय दे रहे हैं।
ब्रोकरेज ने इसके लिए टारगेट भी बताया है जिसको देखते हुए आने वाले समय में इस सरकारी कंपनी के शेयर में करीब 30% तक की तेज़ी देखी जा सकती है। आइए जानते हैं ब्रोकरेज के बताए टारगेट को –
30% तक का मिल सकता है टारगेट!
मोतीलाल ओसवाल ने एलआईसी के शेयर पर खरीदारी का सुझाव देते हुए ₹1200 का टारगेट (LIC share price target) बताया है जो इसके कल मंगलवार को एनएसई पर बंद हुए भाव ₹921 से करीब 30% अधिक है। अभी यह आर्टिकल लिखते समय एलआईसी के शेयर एनएसई पर करीब 3% की गिरावट के बाद ₹893 के लेवल (LIC share price) पर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।
ऑल टाइम हाई लेवल से 35% तक टूट कंपनी का शेयर!
आपको बता दें इस समय कंपनी के शेयर अपने ऑल टाइम हाई लेवल ₹1200 से करीब 35% तक टूट चुके हैं। एलआईसी के शेयर ने इस साल 1 अगस्त में अपने ऑल टाइम हाई लेवल ₹1200 को छुआ था तथा उसके बाद से इसमें लगातार गिरावट जारी है।
आज बुधवार, 13 नवंबर को यह आर्टिकल लिखते समय कंपनी के शेयर एनएसई पर करीब 3% की गिरावट के बाद ₹893 के लेवल पर कारोबार कर रहे हैं। इस तरह से कंपनी के शेयर आज अपने ऑल टाइम हाई लेवल से करीब 35% तक गिर चुके हैं।
Disclaimer : यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। यह निवेश की सलाह नहीं है। यह आर्टिकल ऊपर बताए गए शेयर में निवेश करने की सलाह नहीं देता। इस आर्टिकल से होने वाले नुकसान के लिए हम तथा एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज फर्म/ हाउस जिम्मेदार नहीं होंगे। शेयर मार्केट में निवेश बाज़ार के जोखिमों के अधीन होता है तथा किसी भी तरह का निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।